देहरादून, सुबे के सैनिक कल्याण विभाग में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के पद पर छः नये सेवानिवृत सैन्य अधिकारियों को चयनित कर उन्हें निदेशालय एवं विभिन्न जनपदों के तैनाती दे दी गयी है। विभाग में पहली बार दो महिला सैन्य अधिकारियों का भी चयन हुआ है, जिसमें एक महिला सैन्य अधिकारी विंग कमाण्डर डॉ सरिता पंवार, अमर शहीद स्क्वाडन लीडर महेन्द्र सिंह पंवार की पत्नी है।
सोमवार को सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के अनुमोदन के बाद सैनिक कल्याण विभाग के सचिव दीपेन्द्र चौधरी द्वारा जारी आदेश के क्रम में विंग कमाण्डर निधि बधानी को सैनिक कल्याण निदेशालय में उप निदेशक पर पदस्थापित किया गया है और विंग कमाण्डर सरिता पंवार को हरिद्वार, कर्नल उमेद सिंह को चम्पावत, कर्नल जयेश बड़ोला को उत्तरकाशी, कर्नल करम सिंह बिष्ट को पिथौरागढ़, कर्नल रमेश सिंह को नैनीताल का नया सैनिक कल्याण अधिकारी नियुक्त किया है। वही, कर्नल चन्द्र बहादुर पुन को पिथौरागढ़ से उधमसिंहनगर, कर्नल सुबोध कुमार शुक्ला को नैनीताल से चमोली तथा मेजर करन सिंह को हरिद्वार से पौड़ी जनपद में स्थानान्तरित किया गया है। ज्ञात हो कि सैनिक कल्याण सचिव की अध्यक्षता वाली चयन समिति में रक्षा मंत्रालय एवं केन्द्रीय सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारियों द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से सभी छः सैनिक कल्याण अधिकारी के पद पर नियुक्ति प्रदान की गयी है।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने चयनित अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में सतत प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण को समर्पित होकर कार्य कर रही है। महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सैनिक कल्याण विभाग द्वारा यह निश्चित तौर पर यह कदम सराहनीय है।
मीडिया को जारी बयान में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार ने प्रदेश में सैनिक कल्याण के लिए अभूतपूर्व कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शहीदों के सम्मान में सैन्यधाम का निर्माण कार्य किया जा रहा है। सैन्यधाम निर्माण से पूर्व प्रदेशभर में शहीद सम्मान यात्रा और शहीदों के आंगन की मिट्टी तथा उत्तराखण्ड की प्रमुख 28 पवित्र नदियों का जल अमर जवान ज्योति के मुख्य स्तंभ की आधारशिला में अर्पित किया गया। शहीद सैनिक के परिवार के एक सदस्य को रोजगार की दिशा में अब तक 26 आश्रितों को सेवायोजित किया जा चुका है। प्रदेश में वीरता पदक धारकों को परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा का प्रावधान किया गया है। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि द्वितीय विश्व युद्ध की अनुदान राशि, विशिष्ट सेना मेडल अवार्ड राशि में बढ़ोतरी तथा वीरता पदक पुरस्कार की एक मुश्त अनुदान राशि में भी कई गुना बढ़ोतरी की गई है। प्रदेश में सैनिक विश्राम गृहों का निर्माण सैनिकों के आश्रितों के लिए छात्रावास के लिए निर्माण किया जा रहा है। सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा शहीदों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार लागतार प्रयासरत है।