जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टेंडर प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जाय। उन्होंने उपजिलाधिकारी यमकेश्वर को निर्देश दिए कि वे अधिकारियों व मंदिर समिति के साथ बैठक कर आवश्यक तैयारियों को समय से पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि नीलकंठ मंदिर व पैदल मार्ग पर कांवड यात्रा शुरू होने से पूर्व सफाई अभियान चलाएं। जिलाधिकारी ने जल संस्थान को नीलकंठ मार्ग पर सभी पेयजल लाइन ठीक करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान, जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली, एसडीओ विद्युत रवि अरोड़ा, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग डीपी सिंह, परियोजना प्रबंधक उरेडा वाईएस बिष्ट, रेंजर फारेस्ट राजेश चंद्र जोशी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
आगामी जुलाई में शुरू होने वाली कांवड यात्रा को लेकर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने लक्ष्मणझूला स्थित कैंप कार्यालय में अधिकारियों की बैठक ली। जिलाधिकारी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभाग से संबंधित एक्शन प्लान एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि कांवड मेले में पार्किंग, बैरिकेडिंग, पेयजल आपूर्ति हेतु टैंकर्स संबंधी टेंडर प्रक्रिया समय रहते प्रारंभ करना सुनिश्चित करें। यमकेश्वर स्थित बाघखाल से नीलकंठ को जाने वाले पैदल रास्ते से लगाई गई स्ट्रीट लाइट के चोरी होने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि वन विभाग, विद्युत व उरेडा विभाग स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था के साथ-साथ उसकी सुरक्षा को भी महत्व दें।