हरेला पर्व के तहत पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन

हरेला पर्व के तहत पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन

पौध रोपण करना ही हमारा लक्ष्य नहीं, उनकी देखभाल भी जरूरी: सीडीओ

डोभ श्रीकोट व मल्ली गांव में 300 बेड़ू के पौधों का रोपण किया गया

हरेला पर्व और मतदाता जागरूकता अभियान के तहत डोभ श्रीकोट गांव व मल्ली गांव में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत पूजा-अर्चना के साथ हुई, जिसके बाद मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत ने बेड़ू के पौधों का रोपण कर अभियान की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित ग्रामीणों, अधिकारी व कर्मचारियों को रोपे गये पौधों के संरक्षण की शपथ भी दिलायी। वहीं रोपे गये पौधों की सुरक्षा के लिये बायो फेंसिंग भी की गयी।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत ने कहा कि हरेला पर्व न सिर्फ हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, बल्कि यह प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारी का भी स्मरण कराता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण आवश्यक है, लेकिन उतना ही आवश्यक है उनकी देखभाल और संरक्षण। उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि अपने अपने गांवों के आसपास विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण करें। साथ ही कहा कि ग्रामीण पौध की आवश्यकता पड़ने पर वन व उद्यान विभाग से पौधे ले सकते हैं।
सीडीओ ने कहा कि ग्रामीणों की सहभागिता इस अभियान को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि हर व्यक्ति कम से कम एक पौधा अवश्य रोपे और उसकी देखभाल का संकल्प ले।
कार्यक्रम में ग्रामीणों और स्थानीय अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस दौरान मतदाता जागरुकता को लेकर भी लोगों को प्रेरित किया गया। आयोजकों ने कहा कि पर्यावरण के साथ-साथ लोकतंत्र की जड़ों को भी मजबूत करना हम सबकी जिम्मेदारी है।

मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि बेडू से जेम, चटनी सहित कई उत्पाद तैयार किये जा सकते हैं जिनकी बाजार में अच्छी मांग है। उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि वे बेडू के पौधों की नियमित देखभाल करें ताकि वे अच्छी तरह विकसित हों और भविष्य में आमदनी का सशक्त स्रोत बन सकें। उन्होंने बताया कि अन्य क्षेत्रों से भी बेडू की मांग लगातार बढ़ रही है। ऐसे में इसकी खेती और संरक्षण से रोजगार के अवसर भी बढ़ सकते हैं। साथ ही कहा कि इसके लिये विभाग पूरा सहयोग करेगा। साथ ही प्रोडक्ट तैयार करने के लिये प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी कार्य करें, जिससे आमदनी में बेहतर लाभ मिल सके। इस दौरान ग्रामीणों ने घेरबाड़ की मांग रखी। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने जल्द समस्या का निस्तारण करने का भरोसा दिलाया।

  डोभ श्रीकोट गांव व मल्ली गांव में 300 बेड़ू के पौधों का रोपण किया गया। इसके अलावा अन्य गांवों में भी बेड़ू के पौधों का रोपण किया जायेगा।

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